दक्षिण पूर्वी मध्य रेलवे के द्वारा यात्री सुविधा एवं पर्यावरण के सकारात्मक प्रभाव की दृष्टी से अपने तीनों मंडलों बिलासपुर, कारगर बनाते हुए सभी स्टेशनों एवं कार्यालयों, कारखानों, वर्कशापों में जहा चौबीसों घंटे काम चलता है एवं वहा हमेशा काफी प्रकाश की आवश्यकता होती है तथा कालोनियों जैसे सभी स्थानों पर प्रकाश व्यवस्था के लिए 100 प्रतिशत LED लाईट फिटिंग करने का लक्ष्य रखा है | LED लाईट से रौशनी तो अधिक होती ही है साथ ही गर्मी अपेक्षाकृत कम उत्सर्जित करती है एवं कमसे कम विद्युत् की खपत होती है |
इस प्रकार दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ने अपने तीनो मंडलों के अंतर्गत आनेवाली सभी महत्वपूर्ण 260 स्टेशनों में 100% एलईडी से प्रकाश व्यवस्था प्रदान की है । इससे कम से कम विद्युत् से अधिक से अधिक प्रकाश की व्यवस्था करना संभव हो सका है | दक्षिण पूर्वी मध्य रेलवे ने तीन मंडलों बिलासपुर, रायपुर और नागपुर के प्रमुख सभी 260 स्टेशनों पर मौजूदा पारंपरिक फिटिंग की जगह एलईडी फिटिंग के स्थान पर 100% एलईडी प्रकाश प्रदान करने के लिए चुनौतीपूर्ण टास्क को हासिल किया है ।
इस चुनौती पूर्वक पहल के पूर्ण करने के परिणामस्वरूप दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे द्वारा प्रति वर्ष बिजली की खपत भी काफी कम हुई है | इससे दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे द्वारा प्रतिवर्ष लगभग 13.85 लाख यूनिट विद्युत् इकाइयों की बचत होगी, जिसे अन्य यात्री सिविधा के कार्यों में उपयोग किया जा रहा है | इस प्रकार दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे द्वारा प्रतिवर्ष लगभग 13.85 लाख यूनिट विद्युत् इकाइयों की बचत से 1.18 करोड़ रूपये सालाना का राजस्वा की बचत हो रही है |
दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे रखे गए लक्ष्य के अनुसार ज़ोन के बचे हुए सभी सेवा भवनों, प्रशासनिक भवनों, कार्यशालाओं, शेड, आवासीय क्वार्टरों और अन्य कार्यालयों पर एलईडी प्रकाश प्रदान करना जल्द ही किया जा रहा है, ताकि अधिक से अधिक LED के उपयोग से ऊर्जा, राजस्व की बचत होने के साथ ही साथ पर्यावरण संरक्षण से संवंधित सकारात्मक प्रभाव पद सके |