Western Railway has always been in the forefront for providing various passenger conveniences be it, in case of punctuality, introduction of new trains or extension/increase in frequency of existing trains and Holiday Special trains, additional coaches to clear waitlisted passengers, etc. These efforts have yielded the best results & Western Railway has gained the distinction of securing the “numero uno” position among all Zonal Railways by achieving 91.41% right time arrival of trains at the destination stations.
According to a press release issued by Shri Ravinder Bhakar, Chief Public Relations Officer of Western Railway, during the year 14 new trains were introduced, 10 trains extended, frequency of 3 trains increased and 11 new halts at various stations were provided to Mail/Express trains on Western Railway. 2721 Holiday Specials were run for the convenience of passengers during the year 2017-18, connecting various corners of the country. 7626 extra coaches were attached to clear waitlist & help to ease overcrowding on trains. Also, 123 were trains were speeded up during the current year. Similarly, Western Railway also accomplished noteworthy achievements in Mumbai suburban section by introducing India’s first Air-conditioned EMU train. 12 services of the AC locals ply daily between Churchgate & Borivali/Virar. Recently, Western Railway also extended the Harbour line corridor from Andheri to Goregaon with 49 services. 209 VPH/VPU rakes & 1812 VPH/VPUs on piecemeal were loaded. Also 140 RMT rakes & 956 RMT on piecemeal were loaded.
Freight Operations:
In a first of its kind over Indian Railway, Western Railway added another feather to its cap by running the first ever double stack container train long haul on 7th March, 2018. Western Railway also achieved a loading of 76.70 MTs during the period 2017-18. The loading is 9.8% more than the loading of 69.83 MTs as compared to last year and 3.6% more than Railway Board target of 74.00 MTs. Western Railway secured 1st rank in Indian Railway for Petroleum loading by capturing 20% share of total petroleum products of Indian Railway. Western Railway has shown remarkable performance in Cement loading too. 11.73 MTs of cement have been loaded in year 2017-18 which is 51.4% more than loading of 7.75 MTs in 2016-17. Western Railway achieved a container loading of 17.40 MTs against a target of 16.55 MTs (5.1% increase) and achieved 17.2% increase as compared to last year. Western Railway registered a 23.5% increase by achieving a loading of 9.88 MTs of other commodities against a target of 8.00 MTs and an increase of 16.8% as compared to last year. Western Railway achieved 360% increase in Gypsum loading of 1.14 MTs against 0.25 MTs in 2016-17. Other commodities which has contributed to the increase in freight loading includes food grains, iron & steel, coal etc. In a major boost to auto loading in W.Rly, the auto giant Maruti has joined hands with Western Railway to transport its cars to various parts of the country from Detroj in Gujarat and the first such rake was rolled out on 24th March, 2018. Western Railway transported 125 Maruti Suzuki cars in 25 NMG coaches from Detroj in Ahmedabad Division to Nidvanda Railway Station of South Western Railway.
Private Freight Terminals:
New Private Freight Terminals have been commissioned by Western Railwayat Sukhpur, Viramgam, Sanjan stations which has tremendously boosted the loading for container traffic.
पश्चिम रेलवे ने कोचिंग तथा माल परिवहन में दर्ज की उत्कृष्ट उपलब्धि। गंतव्य स्थल पर ट्रेनों को सही समय पर पहुँचाने के मामले में सभी क्षेत्रीय रेलों के बीच पश्चिम रेलवे का स्थान ‘अव्वल’।
पश्चिम रेलवे यात्रियों को विभिन्न सुविधाएँ प्रदान करने में अग्रणी रही है, चाहे वह समयपालनता हो, नई ट्रेनों की शुरुआत, वर्तमान ट्रेनों तथा हॉलिडे विशेष ट्रेनों के विस्तार/फेरे बढ़ाना या फिर अतिरिक्त भीड़ को कम करने हेतु अतिरिक्त कोच लगाना। इन सभी प्रयासों को अच्छा प्रतिसाद प्राप्त हुआ है और अब इसी क्रम में पश्चिम रेलवे ने अपनी 91.41 प्रतिशत ट्रेनों को सही समय पर गंतव्य स्टेशन तक पहुँचाने के मामले में सभी क्षेत्रीय रेलों को पछाड़ते हुए अव्वल होने का खिताब अपने नाम किया है।
पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी श्री रविंद्र भाकर द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार इस वर्ष के दौरान पश्चिम रेलवे पर 14 नई ट्रेनों की शुरुआत की गई, 10 ट्रेनों को विस्तारित किया गया, 3 ट्रेनों की बारम्बारता में वृद्धि की गई तथा विभिन्न स्टेशनों पर मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों के 11 नये ठहराव प्रदान किये गये। यात्रियों की सुविधा के लिए वर्ष 2017-18 के दौरान देश के विभिन्न हिस्सों के लिए 2721 हॉलिडे स्पेशल ट्रेनें चलाई गईं। अतिरिक्त भीड़ को कम करने तथा प्रतीक्षा सूची क्लियर करने के उद्देश्य से विभिन्न ट्रेनों में 7626 अतिरिक्त डिब्बे जोड़े गये। साथ ही चालू वर्ष के दौरान 123 ट्रेनों की गति बढ़ाई गई। इसी प्रकार पश्चिम रेलवे ने मुंबई उपनगरीय खंड पर भारत की पहली वातानुकूलित ईएमयू ट्रेन चलाकर एक उत्कृष्ट उपलब्धि भी दर्ज की है। चर्चगेट और बोरीवली/विरार के बीच सोमवार से शुक्रवार तक एसी लोकल ट्रेन की 12 सेवाएँ प्रतिदिन परिचालित होती हैं। हाल ही में पश्चिम रेलवे ने 49 सेवाओं के साथ अंधेरी से गोरेगाँव तक हार्बर लाइन कॉरीडोर को भी विस्तारित किया है। एक-एक कर 209 वीपीएच/वीपीयू रेक तथा 1812 वीवीएच/वीपीयू का भी लदान किया गया। साथ ही एक-एक कर 140 आरएमटी रेक तथा 956 आरएमटी का भी लदान किया गया।
माल परिवहन:
भारतीय रेल पर पहली बार पश्चिम रेलवे ने 7 मार्च, 2018 को सर्वप्रथम डबल स्टैक कंटेनर ट्रेन लॉन्ग हॉल परिचालित कर एक और कीर्तिमान अपने नाम किया है। वर्ष 2017-18 के दौरान पश्चिम रेलवे ने 76.70 मिलियन टन माल का लदान प्राप्त किया है, जो पिछले वर्ष के लदान 69.83 मिलियन टन से9.8 प्रतिशत अधिक तथा रेलवे बोर्ड के 74.00 मिलियन ट्रन के लक्ष्य से 3.6 प्रतिशत अधिक है। पश्चिम रेलवे ने भारतीय रेल पर कुल लदान किये गये पेट्रोलियम उत्पादों के 20 प्रतिशत शेयर का लदान कर भारतीय रेल पर प्रथम स्थान दर्ज किया है। पश्चिम रेलवे ने सीमेंट लदान निष्पादन में भी उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की है। वर्ष 2017-18 में 11.73 मिलियन टन सीमेंट का लदान किया गया, जो वर्ष 2016-17 में लदान किये गये 7.75 मिलियन टन की तुलना में51.4 प्रतिशत अधिक है। पश्चिम रेलवे ने कंटेनर यातायात में 16.55 मिलियन टन के लक्ष्य की तुलना में 5.1 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 17.40 मिलियन टन कंटेनर लदान किया है, जो पिछले वर्ष की तुलना में 17.2 प्रतिशत अधिक है। पश्चिम रेलवे ने अन्य सामग्रियों के 8.00 मिलियन टन के लक्ष्य की तुलना में9.88 मिलियन टन का लदान कर 23.5 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है, जो पिछले वर्ष की तुलना में 16.8 प्रतिशत अधिक है। पश्चिम रेलवे ने वर्ष 2016-17 की तुलना में इस वर्ष 1.14 मिलियन टन जिप्सम का लदान कर 360 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है। लदान की गई अन्य सामग्रियों में खाद्यान्न, लौह एवं इस्पात, कोयला इत्यादि के लदान में भी उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। पश्चिम रेलवे ने ऑटोमोबाइल लदान में भी महत्त्वपूर्ण योगदान देते हुए ऑटोमोबाइल के क्षेत्र में अग्रणी कम्पनी मारुति के साथ हाथ मिलाया है। मारुति ने अपनी कारों को गुजरात के देत्रोज से देश के विभिन्न हिस्सों में पहुँचाने हेतु पश्चिम रेलवे के रेकों की सहायता ली है तथा ऐसा पहला रेक 24 मार्च, 2018 को पहली बार चलाया गया। पश्चिम रेलवे ने अहमदाबाद मंडल के देत्रोज से 25 एनएमजी कोचों द्वारा दक्षिण पश्चिम रेलवे के निडवांडा रेलवे स्टेशन के लिए 125 मारुति सुज़ुकी कारों का परिवहन किया।
प्राइवेट फ्रेट टर्मिनल
पश्चिम रेलवे द्वारा सुखपुर, वीरमगाम और संजान स्टेशनों पर नये प्राइवेट फ्रेट टर्मिनलों की शुरुआत की गई है, जिनके फलस्वरूप कंटेनर यातायात में उल्लेखनीय वृद्धि देखने को मिली है।