पूर्व मध्य रेल, मुख्यालय में क्षेत्रीय रेल राजभाषा की 59वीं बैठक श्री ललित चन्द्र त्रिवेदी, महाप्रबंधक की अध्यक्षता में आयोजित हुई. बैठक की अध्यक्षता करते हुए श्री त्रिवेदी ने बताया कि वे स्वयं मुख्य राजभाषा अधिकारी के पद पर कार्य कर चुके हैं और राजभाषा के कार्यकलापों से भलिभाँति परिचित हैं. उन्होंने निर्देश दिया कि सारे कोड/मैनुअल यथाशीघ्र द्विभाषी किए जाएँ. उनका कहना था कि बिहार कई बड़े साहित्यकार, लेखक, कवियों की जन्मभूमि रही है. उनकी कृतियाँ यथासंभव पुस्तकालयों में रखी जाएँ. अगली राजभाषा बैठक में बिहार के कतिपय साहित्यकारों की तस्वीर लगे और उनके बारे में बताया जाए. रेलवे बोर्ड से प्रकाशित रेल राजभाषा आदि पत्रिकाओं में इस रेलवे से संबंधित कोई न कोई रचना अवश्य हो. हिंदी में उत्कृष्ट कार्य करने वाले को समय-समय पर पुरस्कृत किया जाए ताकि अधिकारियों/कर्मचारियों को हिंदी में कार्य करने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके. उन्होंने राजभाषा पत्रिकाओं में प्रकाशित रचनाओं के मानदेय को बढ़ाने हेतु रेलवे बोर्ड से पत्राचार करने को कहा. उन्होंने निर्देश दिया कि स्टेशनों पर हिंदी पुस्तकालयों की स्थिति ठीक करने हेतु प्रयास किए जाएँ. इस अवसर पर महाप्रबंधक ने राजभाषा में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए सुरक्षा विभाग को अंतर्विभागीय राजभाषा शील्ड प्रदान किया जिसे मुख्य सुरक्षा आयुक्त श्री रवीन्द्र वर्मा ने प्राप्त किया.
श्री अनूप कुमार, अपर महाप्रबंधक ने कहा कि भारतीय रेल राष्ट्र की जीवन रेखा है. हमें अपनी परंपरा और संस्कृति को बचाये रखना है तो अपनी भाषा को बचाये रखना होगा. उन्होंने कहा कि राजभाषा हिंदी के प्रयोग-प्रसार के लिए जो भी आवश्यक कदम हों उन्हें उठाया जाए.
मुख्य राजभाषा अधिकारी श्री राकेश तिवारी ने महाप्रबंधक महोदय एवं समिति के सदस्यों का स्वागत करते हुए कहा कि मुख्य राजभाषा अधिकारी के रूप में इस रेल में यह मेरी पहली बैठक है. उन्होंने सभी को संघ की राजभाषा नीति का पालन करने हेतु कहा एवं रनिंग रूम में छोटी-छोटी कहानियों की पुस्तकें रखने को कहा ताकि ड्यूटी पर रहने वाले पायलट/सहायक पायलट आदि इसका लाभ उठा सके. इस अवसर पर मुख्यालय स्थित विभागों/मंडलों आदि से आये अधिकारियों ने राजभाषा प्रयोग-प्रसार का विवरण प्रस्तुत किया.
बैठक का संचालन करते हुए श्री राजेश कुमार, उप मुख्य राजभाषा अधिकारी सह मुख्य जनसंपर्क अधिकारी ने रेलवे बोर्ड द्वारा निर्धारित सभी मदों पर हुई प्रगति का ब्यौरा समिति के समक्ष प्रस्तुत किया. उन्होंने अधिकारीगणों से आग्रह किया कि वे जब भी निरीक्षण पर जाएँ तो राजभाषा चेक-लिस्ट के अनुसार भी निरीक्षण करें.
श्री अशोक कुमार श्रीवास्तव, राजभाषा अधिकारी ने अध्यक्ष सहित बैठक में उपस्थित सभी अधिकारियों को धन्यवाद दिया.